“डंपर की रफ्तार ने उजाड़ दिया घर: मां, बेटी और भांजे की साथ में मौत से गांव में मातम”
 
                आगरा : मंसुखपुरा थाना क्षेत्र में राजाखेड़ा से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने गांव पापरी नागर तिराहे के पास एक बाइक सवार महिला, उसकी बेटी और भांजे को रौंद डाला। हादसा इतना भयानक था कि तीनों डंपर के आगे फंस गए, लेकिन चालक ने रफ्तार कम नहीं की। सड़क पर घिसटते हुए मां-बेटी और युवक ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। सड़क पर खून और शरीर के टुकड़े बिखर गए — यह मंजर देखकर वहां मौजूद लोगों की रूह कांप गई।
मरने वालों में किसान रामसेवक की पत्नी सुनीता देवी (30), बेटी डॉली (7) और भांजा अखिलेश (18) शामिल थे। सुनीता अपनी बेटी और भांजे के साथ भदरौली स्थित गैस एजेंसी पर सिलिंडर की ई-केवाईसी करवाने गई थीं। लौटते समय घर से कुछ ही दूरी पर यह भीषण हादसा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, डंपर गिट्टी से लदा था और तेज गति से आ रहा था। उसने बाइक को टक्कर मारी और फिर तीनों को पहियों के नीचे फंसा लिया। शोर मचाने के बावजूद चालक ने ब्रेक नहीं लगाए, बल्कि डंपर की स्पीड और बढ़ा दी। करीब 600 मीटर तक तीनों सड़क पर घिसटते रहे, जब तक कि चालक और उसका साथी गाड़ी रोककर खेतों की ओर भाग नहीं गए।
हादसे के बाद गांव में मातम छा गया। मौके पर चीख-पुकार और आक्रोश का माहौल था। ग्रामीणों ने शवों को तीन घंटे तक सड़क पर पड़ा रहने दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने आरोप लगाया कि खनन माफिया और पुलिस की मिलीभगत से ओवरलोड डंपर खुलेआम दौड़ते हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।
गुस्साए लोगों ने डंपर में तोड़फोड़ कर दी और सड़क जाम कर दिया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो ग्रामीणों से तीखी झड़प हो गई। आखिरकार एसडीएम बाह संतोष शुक्ला के मौके पर पहुंचने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए।