उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी

देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में सोमवार को भारी बारिश के आसार के चलते मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेशवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। देहरादून, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल के कुछ हिस्सों के लिए भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में तेज बारिश के लिए येलो अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग ने विशेष रूप से ऊधमसिंह नगर, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में तेज बारिश के साथ बिजली चमकने और आंधी चलने की संभावना जताई है।
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि इन क्षेत्रों में रात और सुबह के समय सबसे अधिक बारिश होने की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में तेज बारिश के कारण भूस्खलन, छोटे-छोटे पत्थर गिरने और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने के कारण अचानक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने का खतरा भी रहता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे इस समय नदियों के किनारे और ढलानों के पास न जाएं, बच्चों और वृद्धों को विशेष सतर्कता बरतें और जहां तक संभव हो घरों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी जिलों के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और बताया कि सभी आपातकालीन टीमों को तैयारी में रखा गया है। यदि आवश्यक हुआ तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सड़कों पर आने वाले वाहनों और यात्रियों को भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, खासकर पहाड़ी मार्गों और ऊंचाई वाले इलाकों में।
मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश का दौर 20 सितंबर तक जारी रह सकता है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में तेज और मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है। देहरादून और आसपास के मैदानी क्षेत्रों में भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में तेज वर्षा के कारण कई बार बिजली गिरने और बादलों के साथ तूफानी हवाओं के चलने की चेतावनी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में लोग खेतों में काम करने, नदी-नालों के पास जाने और वाहन चलाने से बचें। ग्रामीण इलाकों में पुराने और कमजोर मकानों की स्थिति की निगरानी की जाए और जरूरत पड़ने पर आपातकालीन प्रबंध किए जाएं। राज्य सरकार ने जनता से आग्रह किया है कि वे मौसम विभाग और जिला प्रशासन द्वारा जारी सभी अलर्ट और निर्देशों का पालन करें।
इस बारिश की संभावना को देखते हुए पर्यटक भी सतर्क रहें। नैनीताल, मसूरी, पौड़ी और चमोली जैसे पर्यटन स्थल बारिश और धूप के बदलाव के चलते कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं। प्रशासन ने आगंतुकों से कहा है कि वे सुरक्षित मार्गों का चयन करें और ट्रेकिंग या पैदल यात्रा के दौरान किसी भी जोखिम से बचें।
इस प्रकार, उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी के बीच राज्य प्रशासन, मौसम विभाग और नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। तेज बारिश, बिजली गिरने, भूस्खलन और जलभराव जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए पहले से तैयारी रखना बेहद महत्वपूर्ण है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग की ओर से जारी नवीनतम अलर्ट और अपडेट पर ध्यान देना प्रत्येक नागरिक के लिए आवश्यक होगा।