रोडवेज बस ने मारी टक्कर, तीन युवकों की मौत से गांव में छाया मातम

फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में मंगलवार शाम को हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन युवकों की जान चली गई। यह हादसा इटावा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर उस वक्त हुआ जब तीन युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक शादी समारोह से लौट रहे थे और तेज रफ्तार रोडवेज बस ने उन्हें टक्कर मार दी। इस हादसे ने न केवल तीन परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र को भी शोक में डुबो दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार पिंटू (30), आदेश (32) और सनी (21) तीनों रिश्तेदार थे और मंगलवार शाम ऊजरामऊ गांव में आयोजित एक शादी समारोह के लिए हुल्लापुर से जरूरी सामान खरीदकर लौट रहे थे। जैसे ही वे इटावा-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे, एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने उनकी मोटरसाइकिल को जबरदस्त टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए और उस पर सवार आदेश व सनी की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल पिंटू को तत्काल पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस हादसे के बाद रोडवेज बस का चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बस और चालक दोनों को जल्द ही ट्रेस कर लिया जाएगा और उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हादसे की खबर जैसे ही गांव और मृतकों के परिजनों तक पहुंची, पूरे गांव में कोहराम मच गया। तीन नौजवानों की एक साथ मौत से परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि हादसे के दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मृतकों के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे तेज रफ्तार और लापरवाही की कीमत आम लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर गति नियंत्रण और सख्त नियमों के बावजूद इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं, जिससे सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय गति सीमा और यातायात नियमों का पालन करें। साथ ही परिवहन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोडवेज बस चालकों के व्यवहार और वाहन नियंत्रण की नियमित निगरानी करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।