Sat. Jun 14th, 2025

माओवादी अभियान के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए सत्यवान सिंह

ओडिशा-झारखंड सीमा के पास स्थित घने सारंडा जंगल में चल रहे माओवादी विरोधी अभियान के दौरान सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया। शहीद जवान की पहचान सहायक उपनिरीक्षक सत्यवान कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद के रहने वाले थे और सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन में तैनात थे। वे ओडिशा पुलिस, झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान का हिस्सा थे, जिसका उद्देश्य माओवादियों द्वारा हाल ही में लूटे गए विस्फोटकों की बरामदगी करना था।

यह अभियान 27 मई को ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एक पत्थर खदान पर माओवादियों द्वारा किए गए छापे के बाद शुरू किया गया था, जिसमें उन्होंने बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की थी। इसी अभियान के तहत संयुक्त बल जब जंगल में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी अचानक एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट हुआ, जिसमें एएसआई सत्यवान कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत राउरकेला के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।

सीआरपीएफ ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि 14 जून 2025 को ओडिशा के लंगलकाटा इलाके में चल रहे माओवादी विरोधी ऑपरेशन के दौरान एएसआई सत्यवान कुमार सिंह ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। बल ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि वे इस वीर सपूत की अदम्य साहस, वीरता और मातृभूमि के प्रति समर्पण को सलाम करते हैं। बल ने यह भी कहा कि वे इस कठिन समय में अपने जवान के परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।

यह घटना देश के लिए एक और कड़ा स्मरण है कि सीमावर्ती और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षाबलों को किस प्रकार के खतरों का सामना करना पड़ता है। जवानों का यह बलिदान देश की सुरक्षा और लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया गया सर्वोच्च त्याग है।

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