खेलों से मिलती है विश्वव्यापी पहचान, युवा बन सकते हैं आदर्श: खेल मंत्री

देहरादून : परेड ग्राउंड के मल्टीपरपज हॉल में आयोजित चौथी किओ नेशनल कराटे चैंपियनशिप में शुक्रवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने मेडल पहनाकर विजेताओं को प्रोत्साहित किया और साथ ही बीते माह उज्बेकिस्तान में आयोजित एशियाई कराटे चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतने वाले तीन खिलाड़ियों—तरुण शर्मा, अलीशा और भुवनेश्वरी जाधव—को भी सम्मानित किया।
प्रतियोगिता में देशभर के 32 राज्यों की टीमें भाग ले रही हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हाल ही में उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों के बाद प्रदेश की खेल सुविधाओं को खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की बताया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का भी मेजबान बन रहा है, जो पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
खेल मंत्री ने कहा कि अब प्रदेश के खिलाड़ी यदि राज्य के लिए पदक जीतते हैं तो उन्हें अपने करियर की चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि उनके लिए सरकारी नौकरी का रास्ता खुला रहेगा। उन्होंने बताया कि ओलंपिक, एशियाड और कॉमनवेल्थ जैसे आयोजनों में पदक जीतने वालों को अधिकांश राज्यों में नौकरी में आरक्षण मिलता है, लेकिन उत्तराखंड सरकार ने अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को भी इस दायरे में लाने का निर्णय लिया है।
रेखा आर्या ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि अन्य किसी पेशे की तुलना में खेल में कमाया गया यश सीमाओं से परे होता है। एक खिलाड़ी की पहचान वैश्विक स्तर पर होती है और वे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं।
इस अवसर पर कराटे इंडिया ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष भारत शर्मा, महासचिव संजीव जांगड़ा, आयोजन समिति अध्यक्ष अजय अग्रवाल, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य राजेश ममगई, और प्रभारी जिला खेल अधिकारी रविंद्र भंडारी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।