छात्र संघ चुनाव: प्रत्याशियों ने भरे नामांकन,रैली निकाल किया शक्ति प्रदर्शन
देहरादून: 7 नवंबर को होने वाले छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार को डीएवी पीजी कॉलेज में प्रत्याशियों ने नामांकन भरे। नामांकन से पहले प्रत्याशियों ने रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), आर्यन छात्र संगठन और बागी प्रत्याशियों ने अध्यक्ष और महासचिव समेत अन्य पदों के लिए नामांकन भरा।
सुबह सबसे पहले एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार यशवंत पंवार अपने समर्थकों के साथ नामांकन भरने पहुंचे। उनके समर्थन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, छात्र और नेता रैली में पहुंचे। नारेबाजी करते हुए रैली कॉलेज का चक्कर लगाते हुए नामांकन स्थल तक पहुंची। वहां नामांकन के बाद तमाम छात्र नेताओं व महासचिव पद के प्रत्याशी सुमित ने यशवंत को फूल मालाएं पहनाकर शुभकामनाएं दीं।
इसके बाद एनएसयूआई के प्रत्याशी राहुल जग्गी रैली निकालते हुए नामांकन करने पहुंचे। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी समेत बड़ी संख्या में छात्र व छात्र नेता मौजूद रहे। इसके बाद एनएसयूआई के बागी और आर्यन में शामिल हुए सिद्धार्थ अग्रवाल ने अपना नामांकन भरा। वहीं, वायस ऑफ स्टूडेंट से संजना रावत ने भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। साथ ही महासचिव पद पर एबीवीपी से सुमित कुमार और सत्यम से गोविंद बिष्ट ने नामांकन किया।डीएवी में इस बार चुनाव में छात्र नेताओं की पढ़ाई चर्चा का विषय बनी हुई है।
पहली बार एबीवीपी ने एमएससी मैथमेटिक्स पास यशवंत पंवार को मैदान में उतारा है। अब तक साइंस बैकग्राउंड वालों को राजनीति से दूर रखा जाता था। वहीं, एनएसयूआई और आर्यन के प्रत्याशी भी एमए पास ही हैं। ऐसे में साइंस वाले छात्रों के बीच में यशवंत काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।एनएसयूआई से टिकट न मिलने से नाराज सिद्धार्थ अग्रवाल ने अचानक आर्यन में शामिल होकर एनएसयूआई के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
सिद्धार्थ लंबे समय से चुनाव की तैयारी कर रहे थे। उधर, इस बार एबीवीपी के सभी छात्र नेताओं, पुराने अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं के एकजुट होने का भी लाभ संगठन को मिल सकता है।अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए नामांकन भरने आए प्रत्याशियों के कार्यकर्ताओं की दूसरे संगठनों के साथ झड़प हो गई। हालांकि, पहले से मौजूद पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया। दिनभर में एबीवीपी, एनएसयूआई और आर्यन छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच तीन बार झड़प हुई। कुछ के बीच हाथापाई भी हुई तो पुलिस ने मामले को शांत कराया।