पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा का एक मई को संसद मार्च
देहरादून: देश में लोकसभा चुनाव का वक्त जैसे जैसे नजदीक आ रहा है तमाम संगठन अपनी मांगों को लेकर लामबंद होते दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग काफी दिनों से चली आ रही है लेकिन सरकार का रूख स्पष्ट न होने के चलते अब मोंर्चा आर पार की लड़ाई का मन बना चुका है। आपको बता दें कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी एक मई को संसद मार्च निकालेंगे। इस मार्च का आयोजन राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर किया जा रहा है।
खबर है कि मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत की अगुवाई में नई दिल्ली में मार्च की तैयारियों को लेकर सम्मेलन हुआ।सम्मेलन में देशभर से संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन में यूपी,उत्तराखंड,बिहार,असम, छत्तीसगढ़, राजस्थानए मध्य प्रदेशए गुजरातए जम्मू कश्मीरए ओडीशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, हिमाचल के पदाधिकारी शामिल हुए। बीपी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए संसद मार्च कार्यक्रम पहला ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा, जिसमें पूरे देश के कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी, बैंकर्मी, पुलिसकर्मी, रेलवेकर्मी अपने बच्चों के साथ सिर्फ एक मांग बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन के लिए नई दिल्ली में संसद मार्च में शामिल होंगे।
सम्मेलन में मार्च के लिए सभी राज्यों के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। रावत ने कहा कि 2024 आम चुनाव से पहले पुरानी पेंशन बहाली को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना होगा, जो आंदोलन से ही संभव होगा।राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष केशर सिंह चंपावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन भले ही राजस्थान में लागू हो चुकी हो लेकिन देश के एनपीएस कार्मिकों के हित में राजस्थान से हजारों कार्मिक इसमें शामिल होंगे। सीताराम पोखरियाल ने कहा है कि संसद मार्च में राज्य के हजारों एनपीएस कार्मिक ढोल दमऊ के साथ संसद मार्च कूच करेंगे।