उत्तरकाशी: कई जगह फटा बादल, घर और दुकान दबे मलबे में
उत्तरकाशी: इस बार मानसून उत्तराखंड के लिए आफत बन कर आया है। वैसे भी उत्तराखण्ड आपदा के नजरिये से काफी संवेदनशील है फिर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। आपको बता दें कि सीमांत जनपद उत्तरकाशी में देर रात कई स्थानों पर अतिवृष्टि और बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। खबरों के अनुसार तहसील पुरोला, तहसील बडकोट और उप तहसील धौंतरी क्षेत्र में अतिवृष्टि होने से सड़क, रास्ते, पैदल पुलिया, खेत-खलियान और मकान दुकानों को नुकसान पहुंचा है। पुरोला तहसील क्षेत्र में जिलाधिकारी ने आज शनिवार को अवकाश घोषित किया।
मिली जानकारी के अनुसार रात करीब ढाई और तीन बजे के बीच जनपद पुरोला, बडकोट के नंदगांव और उप तहसील धौंतरी क्षेत्र में बादल फटने व अतिवृष्टि होने की सूचना मिली है। बड़कोट तहसील के गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए हैं। कैम्प निर्वाणा नामक एक रिजोर्ट को नुकसान हुआ है,यहां पर कुछ टेंट काटेज एवं वाहन मलबे की चपेट में आए हैं। वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के परिसर में भी मलबा घुसा है। विद्यालय में रात के समय अफरातफरी का माहौल रहा है।
विद्यालय में रह रही छात्राएं काफी घबरा गई थी। विद्यालय की सभी छात्राएं सुरक्षित हैं। इसके साथ ही बड़कोट और गंगनानी के बीच कई स्थानों पर यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध है। आलवेदर रोड निर्माण कंपनी जससे सुचारू करने में जुटी हुई है।पुरोला के छाड़ा खड्ड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है। भूमि कटाव और कुछ घरों और दुकानों में मलबा घुस गया। शनिवार की सुबह प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यहां सड़क पर खड़े वाहन भी मलबे में दबे हैं। उप तहसील धौंतरी के धौंतरी गांव के निकट भारी भू.धंसाव होने से कुछ घरों में मलबा घुसा है।
विद्यालय गंगनानी की वार्डन ने कहा कि रात के समय में बहुत अधिक वर्षा हुई है। आवासीय विद्यालय के परिसर में पानी और मलबा भरा। रात के समय किसी तरह से एसडीआरएफ के जवान आवासीय विद्यालय तक पहुंचे तो किसी तरह से हौसला मिला।भारी वर्षा के बीच पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी ठप है। बड़कोट, गंगनानी, राजतर, नंदगांव, धौंतरी, पुरोला, सुनारा छानी,छाड़ा गांव क्षेत्र में ग्रामीण और स्थानीय निवासी भय के कारण सो नहीं पाए।