वेस्ट टू एनर्जी परियोजना,विकास यात्रा में मील का पत्थर
(अफ़ज़ाल राना)
देहरादून : ठोस कूड़ा प्रबंधन के तहत पिंपरी चिंचवड़ मनपा और एंटनी वेस्ट की साझेदारी में मोशी में वेस्ट टू एनर्जी परियोजना चलाई जा रही है। यहां सूखे कूड़े से 700 टीपीडी क्षमता के संयंत्र से 14 मेगावाट बिजली निर्मिति संयंत्र शुरू किया गया है। कचरे से बिजली उत्पादन महाराष्ट्र की पहली परियोजना है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 1 अगस्त को किया गया था। इस परियोजना में लक्ष्य 700 मेगा टन सूखे कचरे से 14 मेगावाट बिजली उत्पन्न की जा रही है। उसमें से 12 मेगावाट उत्पादित बिजली का उपयोग मनपा करेगा।
पीआईबी द्वारा भेजे गये संवाददाताओ क़ो जानकारी देते हुए पिंपरी चिंचवड़ मनपा के अधिकारियों ने बताया कि, इस परियोजना में 1000 टीपीडी क्षमता सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधा और 500 टीपीडी क्षमता का कम्पोस्ट प्लांट सम्मिलित है। प्रथम चरण में 1000 टीपीडी क्षमता सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधा और 500 टीपीडी क्षमता का एक यांत्रिक खाद संयंत्र सितंबर 2019 से चालू किया गया है। पिंपरी चिंचवड़ शहर में प्रतिदिन लगभग 1150 मेगा टन कचरे का प्रसंस्करण होता है। यह परियोजना एंथनी लारा रिन्यूएबल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से डीबीओटी आधार पर सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत विकसित की गई है और 21 साल की अवधि के लिए संचालित की जाएगी।
इस प्रोजेक्ट पर 300 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस परियोजना को चलाने के लिए लगभग 2.0 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी और शेष बिजली का उपयोग खुली पहुंच विधि के माध्यम से मनपा के जल उपचार संयंत्रों और सीवेज उपचार संयंत्रों के लिए किया जाएगा। इस परियोजना के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीक हिताची जोसेन की है, जिनके पास दुनिया भर में 500 से अधिक अपशिष्ट-से-ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने का अनुभव है। यह प्रोजेक्ट भारतीय शहरों में एकत्र त कचरे के गुणों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया और कचरे को पूरी क्षमता से जलाने के लिए मूविंग ग्रेट्स का इस्तेमाल किया गया है।
इस परियोजना के लिए आवश्यक पानी का उपयोग चिखली स्थित सीवेज उपचार संयंत्र में 5 एमएलडी पानी के तृतीयक उपचार द्वारा किया जाएगा, जिससे पीने के पानी की भी बचत होगी। मनपा के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट क्रियान्वित होने से कूड़ा डंपिंग के लिए अधिक जगह की जरूरत नहीं पडी।इस परियोजना से मनपा के बिजली बिल में लगभग 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत की बचत होगी। एंटनी वेस्ट के अधिकारियों ने कहा कि”हमारा दृढ़ विश्वास है कि सर्कुलरिटी हमारे शहरों के लिए एक लचीले और हरित भविष्य के निर्माण की कुंजी है, और पिंपरी चिंचवड़ मनपा के साथ इस दृष्टिकोण में योगदान करना हमारा सौभाग्य है।
हम इस दृष्टिकोण को वास्तविकता बनाने में उनके अटूट समर्थन और सहयोग के लिए पीसीएमसी के प्रति हम अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। यह एकीकृत वेस्ट से एनर्जी परियोजना अपशिष्ट से ऊर्जा रूपांतरण में महाराष्ट्र के पहले ऐसे उद्यम का प्रतिनिधित्व करती है और क्षेत्र की सतत विकास यात्रा में एक प्रमुख मील का पत्थर है। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर डिजाइन, निर्माण, संचालन और हस्तांतरण (डीबीओटी) मॉडल के तहत विकसित, परियोजना की रियायत अवधि 21 साल तक है, जिसमें एंटनी लारा रिन्यूएबल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड पहल का नेतृत्व कर रही है।