योग से मजबूत होगी मातृ और शिशु स्वास्थ्य प्रणाली: रेखा आर्या

देहरादून : प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से योग का अभ्यास कराया जाएगा, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायता मिले। इस दिशा में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग ने एक अहम पहल की है। इसी क्रम में सोमवार को देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित मल्टीपरपज हॉल में एक योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने किया।
शिविर में देहरादून जनपद की 150 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत योगाभ्यास से हुई, जिसमें कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने भी प्रतिभाग करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ लगभग 40 मिनट तक योगासन किए। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य यह था कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां योग का समुचित प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बच्चों, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को योग से लाभान्वित कर सकें।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि योग केवल शारीरिक कसरत नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण स्वास्थ्य की कुंजी है, जो तन और मन दोनों को सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा कि अगर देश और प्रदेश के युवाओं को स्वस्थ बनाना है तो उन्हें योग से जुड़ना होगा। योग जीवन में संतुलन लाने, रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने और मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक है। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को बचपन से ही योग की आदत डालें, जिससे वे भविष्य में शारीरिक बीमारियों से दूर रह सकें और डॉक्टर के पास कम ही जाना पड़े।
रेखा आर्या ने घोषणा की कि प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर योग को एक नियमित गतिविधि के रूप में शामिल किया जाएगा। बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी उनके शारीरिक स्वास्थ्य और प्रसव संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए उपयुक्त योगासन सिखाए जाएंगे। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे प्रशिक्षित होकर योग का सही रूप में संचालन कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले की जा रही है, ताकि उस दिन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रभावी रूप से योग कार्यक्रम आयोजित हो सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से योग को वैश्विक पहचान दिलाई है, वह गर्व की बात है। आज पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति और योग परंपरा को अपना रही है। योग न केवल स्वास्थ्य का साधन है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर भी है, जिसे आधुनिक युग में पुनः जीवंत करने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
इस अवसर पर निदेशक प्रशांत आर्य, उपनिदेशक विक्रम सिंह, मोहित चौधरी, नीतू फुलेरा, डीएसओ रविंद्र भंडारी सहित अनेक विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों और प्रतिभागियों ने इस प्रयास की सराहना की और इसे समाज के हर वर्ग के लिए लाभकारी बताया। यह शिविर आने वाले समय में प्रदेशभर में आयोजित किए जाने वाले योग प्रशिक्षण कार्यक्रमों की एक मजबूत शुरुआत मानी जा रही है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग का यह कदम न केवल स्वास्थ्य संवर्धन की दिशा में है, बल्कि यह बाल्यकाल से ही स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने वाला प्रयास है, जिससे उत्तराखंड एक स्वस्थ और सशक्त समाज की ओर अग्रसर होगा।